उदयपुर 16 जुलाई 2022 । झीलों की नगरी उदयपुर शीघ्र ही वॉटर स्पोर्ट्स का राजस्थान में केंद्र बनने जा रही है । राजस्थान ड्रैगन बोट चेयरपर्सन अजय अग्रवाल ने बताया की जिस प्रकार खेल प्रेमी शशिकांत खेतान ने 2 ड्रेगन बोट तथा 1 रेस्क्यू बोट की घोषणा करी तथा संभागीय आयुक्त ने कयाकिंग को जिले का खेल घोषित करने के सुझाव के साथ आर्थिक सहयोग का विश्वास दिलाया है।
पर्यटन विभाग की अतिरिक निदेशक शिखा सक्सेना, अति कलेक्टर ओ पी बुनकर ने खेल पर्यटन के विकास के लिए आश्वस्त किया है । विधायक प्रीति गजेंद्र सिंह शक्तावत तथा अन्य सभी जनप्रतिनिधियों ने सरकार तथा स्वयं के पूर्ण सहयोग की जिम्मेदारी ली है। शहर के पार्षदों ने वर्ष में एक बार पूरे एक माह के लिए सभी वार्डो ने निवासियों के मध्य ड्रेगन बोट कम्पीटिशन करा पर्यटन को बढ़ाने के सुझाव दिये ।
अग्रवाल ने कहा कि फतहसागर झील प्रकृति का उपहार कयाकिंग के खिलाड़ियों के लिए श्रेष्ठ खेल क्षेत्र है। बोट रखने के लिए सुरक्षित एवं छायादार स्थान के अभाव में 60-70 लाख के जन सहयोग प्रयासों से उपलब्ध करायी महंगी बोटो में टूट फुट तथा कई बार छोटी बोटो को रात घूमने वाले मनचले युवक अपने आप ही पानी में डाल देते है तथा बड़ी भारी ड्रेगन बोटो को भी छोटी सीढ़िया एवं स्थान की कमी होने से पानी मे उतारने में समस्या आती है और अभी तो 20 सीटर ड्रेगन बोट और भी आने वाली है । अब तो विदेशी पर्यटक भी कयाकिंग कैनोइंग सेंटर के पूर्ण विकास के सुझाव देने लगे है ।
भारतीय ड्रैगन बोट चेयरपर्सन दिलीप सिंह चौहान ने कहा कि यूआईटी द्वारा लाखो रूपए के व्यय से तैयार बड़ी जेटी जोकि पिछोला फतह सागर लिक नहर में कई सालो से उपयोग में नहीं आ रही यदि उपलब्ध करायी जाए तो खिलाड़ियों के काम आ सकती है तथा सुरक्षित एवं छायादार स्थान उपलब्ध कराया जाए तो बोट की सुरक्षा, उतारने चढ़ाने की समस्या से निजात मिलते प्रयास रहेगा कि इसी वर्ष से "मेवाड़ बोट फेस्टिवल" आरम्भ किया जाए ।
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