geetanjali-udaipurtimes

भटेवर-खेरोदा-डबोक-देबारी ब्रॉड-गेज लाइन की मांग

सांसद चुन्नीलाल गरासिया ने राज्यसभा में उठाई मांग  
 | 

उदयपुर 11 दिसंबर। मेवाड़ क्षेत्र की रेल कनेक्टिविटी को और सुदृढ़ बनाने तथा यात्रियों की सुविधा बढ़ाने के उद्देश्य से राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया ने गुरुवार को सदन की कार्यवाही के दौरान महत्वपूर्ण मुद्दा उठाते हुए भटेवर से खेरोदा-डबोक-देबारी नई ब्रॉडगेज लाइन के सर्वे और निर्माण की मांग रखी। 

सांसद गरासिया ने कहा कि मेवाड़ पर्यटन सर्किट जिसमें चितौड़, उदयपुर, नाथद्वारा, रणकपुर से लेकर बांसवाड़ा तक देश-विदेश के हजारों पर्यटकों का प्रमुख आकर्षण के केंद्र है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उदयपुर रेलवे क्षेत्र में हाल के वर्षों में बड़े बदलाव हुए हैं, जिससे क्षेत्र की कनेक्टिविटी मजबूत हुई है।

उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में बड़ी सादड़ी-मावली-उदयपुर रेलमार्ग पर यात्रियों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गई है। स्थानीय लोगों को सस्ता, सुविधाजनक और भरोसेमंद रेल परिवहन उपलब्ध हुआ है। साथ ही, यह लाइन भविष्य में मध्यप्रदेश के नीमच से भी जुड़ने वाली है, जिससे यातायात दबाव और बढ़ने की संभावना है। 

बड़ी सादड़ी से उदयपुर तक वर्तमान रेल सफर लगभग 124 किमी का है और मावली स्टेशन पर पावर चेंज के कारण अतिरिक्त समय भी लगता है। भविष्य में जब नीमच से आने वाली ट्रेनें मावली, खेमली, भीमल, देबारी होती हुई उदयपुर पहुंचेंगी, तो यात्रा समय और अधिक बढ़ सकता है। इस समस्या के समाधान के लिए बड़ी सादड़ी-मावली आ रही ब्रॉडगेज लाइन के मध्य एक वैकल्पिक सीधा रेल मार्ग विकसित किया जाए। उन्होंने प्रस्ताव रखा कि भटेवर-खेरोदा ओवर ब्रिज से होकर दरोली-डबोक के रास्ते देबारी स्टेशन तक नई ब्रॉडगेज लाइन बिछाई जाए।

सांसद गरासिया ने कहा कि इस नए रूट से उदयपुर की ओर आने वाली ट्रेनों का समय कम होगा, यात्रियों को तेज, सुगम और बेहतर सुविधा मिलेगी, पर्यटन और व्यापार दोनों को बढ़ावा मिलेगा, क्षेत्र का रेल ढांचा भविष्य की जरूरतों के अनुरूप विकसित होगा।

Udaipur #Mewar #Rajasthan #UdaipurNews #RailConnectivity #MewarTourism #IndianRailways #RajasthanUpdates #Bhatewar #Kheroda #Dabok #Debari #InfrastructureGrowth

To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on   GoogleNews |  Telegram |  Signal