उदयपुर, 26 दिसंबर। पर्यटन की दृष्टि से उदयपुर शहर देश में नहीं, बल्कि विश्व में मशहूर है। यह प्रदेश का ऐसा पहला शहर भी बनने जा रहा है, जहां दो रोप-वे होंगे। पहला रोप-वे दूधतलाई पर बरसों से संचालित है, जबकि दूसरी रोप वे फतहसागर किनारे नीमजमाता की पहाड़ी पर जनवरी से शुरू होने की उम्मीद है। जिसका काम लगभग पूरा हो चुका है।नीमच माता रोप-वे का सोमवार को सफल ट्रायल किया गया।
नीमच माता मंदिर से देवाली छोर तक बने इस रोप-वे की कुल लंबाई 430 मीटर है। इस पर 16 ट्रोलियां लगाई गई है। एक ट्रोली में चार लोग बैठ सकेंगे यानी एक बार में 64 लोग सफर कर सकेंगे। यह रोप-वे पर्यटकों के लिए बड़ा आकर्षण बनेगा, क्योंकि इसमेंं सफ़र के दौरान फतहसागर झील के साथ पूरे शहर का मनमोहक नज़ारा दिखाई देगा।
रोप-वे की जांच करवाई जाएगी
अब तकनीकी विशेषज्ञों की टीम से इसकी जांच करवाई जाएगी। तकनीकी टीम रोप-वे के पूरी तरह फिट होने पर प्रमाण-पत्र जारी करेगी। इसके बाद इसे देसी-विदेशी पर्यटकों के साथ शहरवासियों के लिए शुरू किया जाएगा। इसका संचालन नए साल में 15 से 25 जनवरी के बीच करने का लक्ष्य रखा गया है।
To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on GoogleNews | Telegram | Signal