उदयपुर 9 सितंबर 2021। स्मार्ट सिटी उदयपुर को बहुत ही जल्द दिल्ली से अहमदाबाद के बीच 350 किलोमीटर प्रति घंटा रफ्तार से चलने वाली बुलेट ट्रेन की सौगात मिलने वाली है। गुरुवार को नेशनल हाई स्पीड रेल कॉपार्रेशन लिमिटेड के अधिकारियों ने जिला कलक्टर चेतन देवड़ा के समक्ष इस प्रोजेक्ट को लेकर प्रजेंटेशन दिया और इस महत्त्वकांक्षी प्रोजेक्ट पर विस्तार से चर्चा की।
प्रजेंटेशन के दौरान कलक्टर देवड़ा ने अधिकारियों से हर विषय की जानकारी लेकर चर्चा की व कहा कि इस महत्त्वकांक्षी प्रोजेक्ट के सफल क्रियान्वयन के लिए सर्वे और अन्य कार्यों में जिला प्रशासन द्वारा पूरा-पूरा सहयोग दिया जाएगा।
उदयपुर जिले में 127 किलोमीटर का होगा ट्रेक
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉपार्रेशन लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक अनुप अग्रवाल व सर्वे मैनेजर राजीव दत्त के नेतृत्व में अधिकारियों ने बुलेट ट्रेन की कुल 7 डीपीआर में से दिल्ली-अहमदाबाद हाई स्पीड ट्रेन की डीपीआर तैयार करने संबंधित बिंदुओं पर पावर प्वाईंट प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी। इसमें बताया गया कि इस प्रोजेक्ट के कुल 875 किलोमीटर लंबे ट्रेक का 75 प्रतिशत हिस्सा अर्थात 657 किलोमीटर ट्रेक राजस्थान में होगा। यह ट्रेक राजस्थान के 7 जिलों अलवर, जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर और डूंगरपुर जिले से गुजरेगा। इसमें उदयपुर जिले का ट्रेक कुल 127 किलोमीटर का रहेगा।
राज्य में 9 स्टेशन, उदयपुर व डूंगरपुर में 1-1
प्रजेंटेंशन दौरान राईट्स के डीजीएम पी.के.राव ने बताया कि राजस्थान में 127 किलोमीटर ट्रेक में कुल 9 स्टेशन बनाएं जाने प्रस्तावित हैं जिसमें बहरोड़, शाहजहांपुर, जयपुर, अजमेर, विजयनगर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर और डूंगरपुर में स्टेशन बनेंगे। इस ट्रेन से दिल्ली से अहमदाबाद का सफर 3 घंटे में तय हो सकेगा।
संपूर्ण ट्रेक एलीवेटेड बनेगा, 8 टनल बनेंगी:
कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन के संचालन में सुरक्षा संबंधित तकनीकी कारणों से संपूर्ण ट्रेक हवा में अर्थात पिल्लर्स पर एलीवेटेड बनाया जाएगा और उदयपुर जिले में 1 किलोमीटर से कम दूरी की 8 टनल भी बनाई जाएंगीं, जो जमीन पर होंगी। इस मायने में जमीन अधिग्रहण का मामला कम से कम रहेगा। इसी प्रकार यह ट्रेक 5 नदियों के ऊपर से भी गुजरेगा। हेलीकॉप्टर से होगा सर्वे, जल्द बनेगी डीपीआर:
अधिकारियों ने बताया कि इस परियोजना को मूर्त रूप देने के लिए हेलीकॉप्टर से संपूर्ण ट्रेक का सर्वे किया जाएगा और इस सर्वे के आधार पर विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की जाएगी। डीपीआर की स्वीकृति उपरांत प्रोजेक्ट का धरातल पर क्रियान्यवन किया जाएगा।
प्रजेंटेशन के दौरान नेशनल हाई स्पीड रेल कॉपार्रेशन लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक अनुप अग्रवाल, कॉर्पोरेशन के सर्वे मैनेजर राजीव दत्त, राईट्स के डीजीएम पी.के.राव, स्मार्ट सिटी सीईओ नीलाभ सक्सेना, एडीएम ओपी बुनकर व अन्य अधिकारी मौजूद थे।
To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on GoogleNews | Telegram | Signal