उदयपुर 30 अक्टूबर 2025। जैसलमेर में हुए बस हादसे के बाद पूरे राजस्थान में परिवहन विभाग सतर्क हो गया है। इसी कड़ी में उदयपुर में भी सख्त जांच अभियान चलाया जा रहा है। पिछले 16 दिनों में उदयपुर जिले में 150 से ज्यादा बसों के चालान बनाए जा चुके हैं और 28 बसों को सीज किया गया है।
उदयपुर डीटीओ नितिन बोहरा ने बताया कि परिवहन आयुक्त के निर्देश पर पूरे राज्य में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उदयपुर जिले में सात विशेष टीमें गठित की गई हैं, जो रेती स्टैंड, बलीचा, भुवाणा और अंबेरी सहित कई स्थानों पर बसों की चेकिंग कर रही हैं। अब तक जिले में 28 बसों को गंभीर खामियां मिलने पर सीज किया गया है।
जांच के दौरान बसों में एग्जिट गेट, फायर अलार्म, फायर किट और सुरक्षा उपकरणों की स्थिति की जांच की जा रही है। अधिकांश बसों में ये सुविधाएं अनुपस्थित पाई गई हैं। कई बसों में यात्रियों के बैठने की जगह कम और बाहर निकलने का रास्ता बेहद संकरा मिला, जिससे आपात स्थिति में बाहर निकलना मुश्किल हो सकता है।
विभागीय जांच में यह भी सामने आया कि कई बसों में यात्रियों से अधिक कूरियर और ट्रांसपोर्ट का सामान भरा हुआ था। कई बसों के फिटनेस सर्टिफिकेट निलंबित किए गए हैं, जबकि बसों में किए गए अवैध मॉडिफिकेशन को लेकर संचालकों से सुधार करने के लिए लिखित पत्र लिया गया है।
उदयपुर रीजन के सभी पांच जिलों उदयपुर, डूंगरपुर, सलूंबर, चित्तौड़गढ़ और राजसमंद में यह अभियान जारी है।
कुल 14 टीमें हाईवे और अन्य प्रमुख मार्गों पर बसों की जांच कर रही हैं। विभाग ने साफ किया है कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी करने वाले संचालकों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
To join us on Facebook Click Here and Subscribe to UdaipurTimes Broadcast channels on GoogleNews | Telegram | Signal